Sukanya Samriddhi Yojana: हर माता-पिता का सपना होता है कि उनकी बेटी का भविष्य सुरक्षित रहे और उसके बड़े होने तक उसके नाम से एक मजबूत फंड तैयार हो जाए। अगर आप भी यही सोचते हैं तो सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana) आपके लिए सबसे भरोसेमंद सरकारी स्कीम है। यह योजना खास तौर पर बेटियों के भविष्य को ध्यान में रखकर शुरू की गई थी ताकि उनकी पढ़ाई या शादी के खर्च के लिए परिवारों को परेशानी न झेलनी पड़े। इस स्कीम में न कोई रिस्क है न पैसा डूबने का डर क्योंकि इसे भारत सरकार खुद संचालित करती है।
सुकन्या समृद्धि योजना पर कितना ब्याज मिल रहा है
भारत सरकार की आधिकारिक वेबसाइट (India Post) के अनुसार नवंबर 2025 तक सुकन्या समृद्धि योजना पर 8.2 प्रतिशत सालाना ब्याज दर दी जा रही है। यह ब्याज हर साल कंपाउंड होता है यानी ब्याज पर भी ब्याज जुड़ता जाता है। इसी वजह से लंबी अवधि में यह योजना एक शानदार फंड तैयार करती है। इस स्कीम की अवधि 21 साल की होती है लेकिन आपको सिर्फ 15 साल तक पैसे जमा करने होते हैं। उसके बाद अगले 6 साल तक आपका पैसा ब्याज के साथ बढ़ता रहता है।
बेटी के नाम ₹38,000 हर साल जमा करने पर कितना मिलेगा
अब मान लीजिए आप अपनी बेटी के नाम पर हर साल ₹38,000 सुकन्या समृद्धि खाते में जमा करते हैं। ब्याज दर 8.2 प्रतिशत सालाना है और अवधि पूरी 21 साल की। आइए देखें कि जब खाता मैच्योर होगा तो आपको कितनी बड़ी रकम मिलेगी।
| वार्षिक जमा राशि (₹) | ब्याज दर (%) | जमा करने के साल | कुल जमा राशि (₹) | मैच्योरिटी राशि (₹) | कुल ब्याज लाभ (₹) |
|---|---|---|---|---|---|
| 38,000 | 8.2 | 15 | 5,70,000 | 17,54,986 | 11,84,986 |
इस टेबल के हिसाब से अगर आप हर साल ₹38,000 रुपये जमा करते हैं, तो 15 साल में आपका कुल निवेश ₹5,70,000 होगा। 21 साल बाद जब खाता मैच्योर होगा, तब आपको ₹17,54,986 रुपये मिलेंगे। यानी सिर्फ ₹5.7 लाख के निवेश पर आपको ₹11,84,986 रुपये का जबरदस्त ब्याज लाभ मिलेगा।
ब्याज कैसे जोड़ा जाता है
सुकन्या समृद्धि योजना में ब्याज हर साल कंपाउंड होता है। पहले साल का ब्याज मूलधन में जोड़ दिया जाता है और अगले साल उसी नई राशि पर ब्याज लगाया जाता है। यह प्रक्रिया लगातार चलती रहती है, जिससे ब्याज पर ब्याज का असर बढ़ता जाता है। इसी कंपाउंड ब्याज की वजह से रकम इतनी तेजी से बढ़ती है कि छोटी बचत भी लाखों में बदल जाती है। अगर आप हर साल अप्रैल महीने की शुरुआत में पैसे जमा करते हैं, तो पूरे साल का ब्याज अधिकतम दर पर जुड़ता है। इसलिए यह तरीका सबसे फायदेमंद माना जाता है।
बेटी के नाम पर खाता कैसे खुलवाया जा सकता है
सुकन्या समृद्धि खाता किसी भी पोस्ट ऑफिस या सरकारी बैंक में खुलवाया जा सकता है। खाता बेटी के जन्म के बाद से लेकर 10 साल की उम्र तक खुलवाया जा सकता है। माता या पिता में से कोई भी अभिभावक यह खाता अपनी बेटी के नाम पर खोल सकता है। इस स्कीम में हर साल न्यूनतम ₹250 और अधिकतम ₹1.5 लाख तक जमा किया जा सकता है। अगर किसी साल आप पैसा नहीं जमा कर पाते हैं, तो भी खाता बंद नहीं होता, बस आपको उसे री-एक्टिवेट करने के लिए 50 रुपये का पेनल्टी चार्ज जमा करना पड़ता है।
टैक्स बेनिफिट और सरकारी सुरक्षा
सुकन्या समृद्धि योजना की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसमें तीनों तरह से टैक्स छूट मिलती है — यानी निवेश की रकम, ब्याज और मैच्योरिटी की राशि, तीनों पूरी तरह टैक्स फ्री होती हैं। यह स्कीम Section 80C के तहत आती है, जिसमें ₹1.5 लाख तक की टैक्स छूट ली जा सकती है। इसके अलावा यह स्कीम भारत सरकार द्वारा संचालित है, इसलिए इसमें जमा किया गया पैसा पूरी तरह सुरक्षित रहता है। न मार्केट का असर, न रिस्क, बस गारंटीड रिटर्न।
आंशिक निकासी की सुविधा
इस स्कीम में जब बेटी 18 साल की हो जाती है या 10वीं कक्षा पास कर लेती है, तो उसके नाम पर जमा राशि में से 50 प्रतिशत तक निकाला जा सकता है। इसका इस्तेमाल उसकी पढ़ाई या किसी जरूरी खर्च के लिए किया जा सकता है। बाकी रकम खाते की अवधि पूरी होने पर मिलती है।