Post Office FD Scheme: अगर आप चाहते हैं कि आपका पैसा सुरक्षित रहे और साथ ही तय ब्याज पर पक्की आमदनी भी मिले, तो पोस्ट ऑफिस की FD स्कीम (Post Office Time Deposit) एक बेहद भरोसेमंद विकल्प है। यह पूरी तरह भारत सरकार द्वारा संचालित योजना है, इसलिए इसमें रिस्क का कोई सवाल ही नहीं उठता। बस एक बार रकम जमा कीजिए और तय समय के बाद ब्याज समेत पूरी राशि वापस मिल जाती है। आज के समय में जब शेयर मार्केट में उतार-चढ़ाव लगातार बना रहता है, ऐसे में जो लोग सुरक्षित निवेश (Safe Investment) चाहते हैं, उनके लिए पोस्ट ऑफिस FD सबसे भरोसेमंद योजना मानी जाती है।
पोस्ट ऑफिस FD पर अभी कितना ब्याज मिल रहा है?
भारत सरकार की आधिकारिक वेबसाइट (India Post) के अनुसार, नवंबर 2025 तक पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट स्कीम में 5 साल की FD पर 7.5% सालाना ब्याज दर दी जा रही है। यह ब्याज हर तीन महीने में कंपाउंड होता है यानी ब्याज पर ब्याज जुड़ता जाता है, जिससे मैच्योरिटी पर रकम बढ़ जाती है। आप चाहें तो 1, 2, 3 या 5 साल के लिए FD कर सकते हैं, लेकिन 5 साल वाली FD पर ब्याज दर सबसे अधिक होती है और साथ में टैक्स छूट का फायदा भी मिलता है।
₹4 लाख की FD पर कितनी रकम मिलेगी?
अब मान लीजिए आप पोस्ट ऑफिस में ₹4,00,000 की फिक्स्ड डिपॉजिट करवाते हैं और उसे पूरे 5 साल तक रखते हैं। ब्याज दर 7.5% सालाना है और ब्याज हर तिमाही कंपाउंड होता है। तो आइए देखते हैं 5 साल बाद आपको कितना रिटर्न मिलेगा।
| जमा राशि (₹) | अवधि (साल) | ब्याज दर (%) | मैच्योरिटी राशि (₹) | कुल ब्याज लाभ (₹) |
|---|---|---|---|---|
| 4,00,000 | 5 | 7.5 | 5,79,979 | 1,79,979 |
यानि अगर आप ₹4 लाख की FD पोस्ट ऑफिस में 5 साल के लिए करते हैं, तो आपको कुल ₹5,79,979 मिलेंगे। इसमें आपका मूलधन ₹4 लाख है और कुल ब्याज ₹1,79,979 का फायदा होगा।
ब्याज कैसे गिना जाता है?
पोस्ट ऑफिस FD में ब्याज हर तिमाही यानी तीन महीने में जोड़ा जाता है। पहले तीन महीने का ब्याज मूलधन में जुड़ जाता है और अगले तीन महीने उसी नई राशि पर ब्याज लगता है। यही प्रक्रिया 5 साल तक चलती है। इसे ही compound interest कहा जाता है। यही कंपाउंड ब्याज आपकी कमाई को बढ़ा देता है, और इसी कारण पोस्ट ऑफिस FD का रिटर्न साधारण ब्याज वाले निवेश से अधिक निकलता है।
FD तोड़ने पर क्या होता है?
अगर किसी कारणवश आपको समय से पहले अपनी FD तोड़नी पड़ती है, तो उस पर मिलने वाला ब्याज घट सकता है। पोस्ट ऑफिस FD को कम से कम 6 महीने बाद ही बंद किया जा सकता है। अगर आप इसे एक साल से पहले तोड़ते हैं, तो सिर्फ बचत खाते की ब्याज दर (4%) के हिसाब से ही ब्याज मिलेगा। इसलिए कोशिश करें कि FD को पूरा समय चलने दें ताकि पूरा रिटर्न मिल सके।
टैक्स छूट और सरकारी सुरक्षा
पोस्ट ऑफिस FD की 5 साल वाली स्कीम में आपको Section 80C के तहत टैक्स छूट मिलती है। मतलब आप ₹1.5 लाख तक की राशि पर टैक्स बचा सकते हैं। हालांकि, इस पर मिलने वाला ब्याज टैक्सेबल होता है और अगर आपकी इनकम टैक्स स्लैब में आती है तो आपको ब्याज पर टैक्स देना होगा। क्योंकि यह योजना भारत सरकार की गारंटी के साथ आती है, इसलिए इसमें किसी तरह का जोखिम नहीं है। यही कारण है कि रिटायर्ड लोग और मिडल क्लास निवेशक इस स्कीम को बहुत पसंद करते हैं।
किसके लिए सही है यह स्कीम?
पोस्ट ऑफिस FD उन लोगों के लिए सबसे सही है जो बिना जोखिम के तय रिटर्न चाहते हैं। अगर आप ऐसे निवेश की तलाश में हैं जहां पैसा न डूबे और ब्याज निश्चित मिले, तो यह स्कीम आपके लिए एकदम सही है। साथ ही, यह उन माता-पिता के लिए भी बेहतर है जो अपने बच्चों की पढ़ाई या शादी के लिए धीरे-धीरे फंड बनाना चाहते हैं।