Post Office RD Scheme: अगर आप हर महीने थोड़ी-थोड़ी बचत करके आने वाले समय के लिए एक बड़ा फंड बनाना चाहते हैं, तो पोस्ट ऑफिस की RD स्कीम आपके लिए सबसे भरोसेमंद विकल्प है। यह एक ऐसी सरकारी योजना है जिसमें पैसा पूरी तरह सुरक्षित रहता है और ब्याज दर भी तय होती है। न शेयर मार्केट का उतार-चढ़ाव, न किसी तरह का रिस्क। बस हर महीने तय रकम जमा करते रहिए और तय समय के बाद ब्याज समेत मोटी रकम अपने हाथ में लीजिए। पोस्ट ऑफिस की RD स्कीम छोटे निवेशकों के बीच बहुत लोकप्रिय है क्योंकि इसमें आप कम रकम से शुरुआत कर सकते हैं और धीरे-धीरे बड़ा फंड तैयार कर सकते हैं। खास बात यह है कि यह स्कीम पूरी तरह भारत सरकार द्वारा गारंटीड है, यानी आपका पैसा पूरी तरह सुरक्षित रहता है।
पोस्ट ऑफिस RD स्कीम पर अभी कितना ब्याज मिल रहा है
भारत सरकार की आधिकारिक वेबसाइट (India Post) के अनुसार नवंबर 2025 तक पोस्ट ऑफिस Recurring Deposit (RD) स्कीम पर 7.5 प्रतिशत सालाना ब्याज दर दी जा रही है। यह ब्याज हर तीन महीने में कंपाउंड होता है यानी ब्याज पर ब्याज जुड़ता जाता है। इसी वजह से जब अवधि पूरी होती है तो रिटर्न आपकी जमा राशि से काफी ज्यादा निकलता है। यह स्कीम 5 साल यानी 60 महीने की होती है और इसमें ब्याज दर तय रहती है।
₹28,000 जमा करने पर कितना मिलेगा रिटर्न
अब मान लीजिए आप हर महीने ₹28,000 पोस्ट ऑफिस RD स्कीम में जमा करते हैं। ब्याज दर 7.5 प्रतिशत सालाना है और अवधि 5 साल की है। तो आइए देखते हैं कि पांच साल बाद आपको कुल कितना पैसा मिलेगा।
| मासिक जमा राशि (₹) | अवधि (साल) | ब्याज दर (%) | कुल जमा राशि (₹) | मैच्योरिटी राशि (₹) | कुल ब्याज लाभ (₹) |
|---|---|---|---|---|---|
| 28,000 | 5 | 7.5 | 16,80,000 | 19,98,244 | 3,18,244 |
इस कैलकुलेशन के हिसाब से अगर आप हर महीने ₹28,000 जमा करते हैं, तो पांच साल में कुल ₹16,80,000 रुपये की बचत होगी। ब्याज से आपको ₹3,18,244 रुपये का अतिरिक्त फायदा मिलेगा और मैच्योरिटी के समय आपको कुल ₹19,98,244 रुपये मिलेंगे। यह पूरी गणना पोस्ट ऑफिस की मौजूदा 7.5 प्रतिशत ब्याज दर पर आधारित है।
ब्याज कैसे जोड़ा जाता है
पोस्ट ऑफिस RD में ब्याज हर तीन महीने में कंपाउंड किया जाता है। इसका मतलब यह है कि पहले तीन महीने का ब्याज मूल रकम में जुड़ जाता है और फिर उसी बढ़ी हुई राशि पर अगले तीन महीने का ब्याज लगाया जाता है। यही प्रक्रिया पूरी 5 साल की अवधि तक चलती रहती है। इसी वजह से ब्याज पर ब्याज जुड़ने से आपकी रकम तेज़ी से बढ़ती है। यही कंपाउंड ब्याज इस स्कीम को खास बनाता है।
समय से पहले RD तोड़ने का नियम
अगर किसी कारणवश आपको बीच में पैसे की जरूरत पड़ती है तो आप अपनी RD स्कीम को समय से पहले भी बंद कर सकते हैं, लेकिन यह तभी संभव है जब आपका खाता कम से कम 6 महीने पुराना हो। अगर आप तीन साल से पहले RD बंद करते हैं तो आपको कम ब्याज दर मिलती है, यानी बचत खाते के बराबर ब्याज। इसलिए सलाह यही है कि इसे पूरी अवधि तक चलने दें ताकि ब्याज का पूरा फायदा मिल सके।
टैक्स और अन्य नियम
पोस्ट ऑफिस RD पर मिलने वाला ब्याज टैक्स फ्री नहीं होता। इसका मतलब है कि यह आपकी इनकम में जोड़ा जाएगा और आपकी टैक्स स्लैब के अनुसार टैक्स देना होगा। हालांकि अगर आपकी आय टैक्स के दायरे में नहीं आती है तो टैक्स देने की जरूरत नहीं होगी। इस स्कीम की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसे कोई भी व्यक्ति खोल सकता है – चाहे वह नौकरीपेशा हो, गृहिणी हो, या छोटा व्यापारी। आप इसे अकेले अपने नाम से या जॉइंट अकाउंट के रूप में भी खुलवा सकते हैं।
सरकारी सुरक्षा और भरोसा
पोस्ट ऑफिस RD स्कीम को सरकार की पूरी गारंटी प्राप्त है। इसलिए इसमें किसी भी तरह का जोखिम नहीं है। देशभर के सभी पोस्ट ऑफिस इस स्कीम की सुविधा देते हैं, जिससे खाते को मैनेज करना आसान रहता है। यही कारण है कि यह स्कीम हर वर्ग के लोगों के बीच भरोसे की पहचान बन चुकी है।